शास्त्रों में पूर्ण गुरु कौन है ??
पूर्ण गुरु की पहचान शास्त्रों द्वारा:-
हमें पूर्ण गुरु की पहचान शास्त्रों के द्वारा ही की जा सकती है मानव जीवन को सफल बनाने के लिए और मानव जीवन से मोक्ष प्राप्त करने के लिए हमें पूर्ण परमात्मा की भक्ति करनी चाहिए।
पूर्ण परमात्मा की भक्ति पूर्ण गुरु से संभव है और गुरु बनाना मनुष्य जीवन में सभी मनुष्य को गुरु बनाना बहुत ही आवश्यक है और हमें पूर्ण गुरु से ही इस मनुष्य जीवन से मोक्ष प्राप्त हो सकता है और पूर्ण गुरु की पहचान करने के लिए हमें सभी धर्मों के सभी धर्म ग्रंथों का सहारा लेना चाहिए हिंदू धर्म में श्रीमद्भागवत गीता मुस्लिम धर्म में पवित्र कुरान शरीफ ईसाई धर्म में बाइबल और सिख धर्म में श्री गुरु ग्रंथ साहिब का सहारा लेकर यह पता किया जा सकता है की पूर्व गुरु की पहचान कैसे की जा सकती है हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथ श्रीमद्भगवद्गीता मैं स्पष्ट बताया है कि जो गुरु ।।उल्टे लटके हुए संसार रूपी वृक्ष को जड़ सहित स्पष्ट करके बता देगा वही पूर्ण गुरु है।।
पुस्तक संतमत प्रकाश भाग 4 के पृष्ठ नंबर 261 पर लिखाा है
सोई गुरु पूरा कहावे, दो अखर का भेद बतावे।
एक छुड़ावै एक लाखवें, तो प्राणी निज घर को जावे।।
जे तू पढिया पंडित बिन, बिन दोए अखर बिन दोए नावा।
प्रणवत नानक एक लँगये, जे कर सच समावा।।
इसी प्रकार श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय 4 के श्लोक नंबर 34 में स्पष्ट लिखा है
उस ज्ञान को तू तत्वदर्शी संत के पास जाकर समझ उन्हें दंडवत प्रणाम करने से नम्रता पूर्वक प्रश्न करने से वह तुम्हें इस तत्व ज्ञान का उपदेश करेंगे।।
और सभी ग्रंथों को पढ़ने के बाद सिर्फ एक ही ऐसे शख्स है जो पूरे विश्व में आज के समय में पूर्ण गुरु है और उनका नाम है संत रामपाल जी महाराज सभी ग्रंथों द्वारा खोलकर पूरे मानव जीवन का कल्याण करने के लिए 11 प्रमाण देकर यह बताते हैं कि शास्त्रों में जो लिखा गया है उसी हिसाब से इस भक्ति करनी चाहिए जो शास्त्रों को छोड़कर अपनी मनमानी करके साधना करते हैं ना तो सिद्धि प्राप्त होती है और ना ही मोक्ष प्राप्त होता है उनका सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि मानव जीवन का कल्याण करना पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब द्वारा दिए गए उपदेश और दिए गए हुए नाम द्वारा जाप करने से मानव जीवन सफल और मोक्ष प्राप्त कर सकता है पूर्ण संत जो भी होता है जो शास्त्रों में लिखा है कि तीन बार में नाम दान करता है और वही संत रामपाल जी महाराज कर रहे हैं यजुर्वेद में भी लिखा है जो भी पूर्ण संत होगा वह तीन बार में नाम दान करेगा और संत रामपाल जी महाराज द्वारा तीन बार में नाम दान करना यह प्रमाणित करता है की पूर्व गुरु संत रामपाल जी महाराज के अलावा पूरी दुनिया में कोई नहीं है
भाई बाले वाली जन्म साखी के पृष्ठ नंबर 272- 273 पर प्रह्लाद ने मर्दाना से कहा कि मेरे लोग में केवल दो महापुरुष आए हैं एक तो कबीर परमेश्वर और दूसरे गुरु नानक देव जी और तीसरा महापुरुष वह आएगा जो जाट जाति से होगा।
और यह भविष्यवाणी सिर्फ और सिर्फ संत रामपाल जी महाराज पर ही है और आज पूरे विश्व में सिर्फ संत रामपाल जी महाराज के अलावा कोई भी पूर्ण गुरु नहीं है उनके द्वारा दिए गए नाम उपदेश से कोई मनुष्य को बहुत ही फायदा हुआ और सभी ने शास्त्रों को पढ़कर समझ कर ज्ञान के द्वारा पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज से नाम लेकर भक्ति कर रहे हैं वह इस संसार से मोक्ष प्राप्त कर जाएंगे
इसीलिए सभी से प्रार्थना है कि संत रामपाल जी महाराज नाम उपदेश लेकर जीवन का कल्याण करावे संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखी गई पुस्तक जीने की राह ज्ञान गंगा गीता तेरा ज्ञान अमृत जैसे अनमोल पुस्तक को पढ़कर पूर्ण रूप से ज्ञान समझ कर विचार करें की शास्त्रों में पूर्ण गुरु की क्या पहचान है और मानव जीवन का कल्याण सिर्फ संत रामपाल जी महाराज के नाम उपदेश से ही होगा।
इसीलिए सभी से प्रार्थना है कि संत रामपाल जी महाराज नाम उपदेश लेकर जीवन का कल्याण करावे संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखी गई पुस्तक जीने की राह ज्ञान गंगा गीता तेरा ज्ञान अमृत जैसे अनमोल पुस्तक को पढ़कर पूर्ण रूप से ज्ञान समझ कर विचार करें की शास्त्रों में पूर्ण गुरु की क्या पहचान है और मानव जीवन का कल्याण सिर्फ संत रामपाल जी महाराज के नाम उपदेश से ही होगा।
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पूर्ण परमात्मा की शास्त्रो के अनुसार जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग को देखे।।